Sad shyari
- Delhi
- May 01, 2024 04:38 PM
लिखना था कि खुश हैं तेरे बगैर भी यहां हम, मगर कमबख्त... आंसू हैं कि कलम से पहले ही चल दिए।
view adबदल जाओ वक्त के साथ या फिर वक्त बदलना सीखो मजबूरियों को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो
view adख़ामोशी इकरार से कम नहीं होती सादगी भी सिंगार से कम नहीं होती ये तो अपना अपना नज़रिया है मेरे द...
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